Weaver का पर्यायवाची *बलाई* है। जो मूल संस्कृत शब्द *तंतुवलाय* से अपभ्रंश होकर बना है।पश्चिम भारत में आमतौर पर कपड़ा बुनने वाले को *बलाई* पुकारा जाता है।7 वी सदी में कवि बाणभट ने अपनी संस्कृत रचना में बुनकर weaver हेतु *balai*बलाई /बलाय* शब्द का प्रयोग किया है।
समय : 06:02 PM | दिनाँक : 16/11/2022आपकी बात बिल्कुल सही है पर राजस्थान में मारू भाम्बि समाज के लोग बुनकर लगाते है अपने आप को बुनकर तो बोलते है और यह भी कहते की हम बलाई नही होते और बोलते है की बलाई वाले बुनकर नही होते हम भाम्भी ही असली बुनकर है क्या भाम्भी समाज के लोग भी बलाई ही थे ???? अगर ऐसा है तो ये भाम्भी नाम कब और क्यु पड़ा इसके बारे में बताने की कृपा करे ????????????????????
समय : 09:14 PM | दिनाँक : 29/06/2023बुनकर = तन्तुवायः, कौलिक:
समय : 08:30 PM | दिनाँक : 20/11/2022