सुझाव - संस्कृत के शब्द ढूँढते समय सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिये शब्द के अन्त में लगे अनुस्वार, हलन्त अथवा विसर्ग के बिना ही शब्द ढूँढें । उदाहरण के लिये यदि आपको "पुस्तकम्" का अर्थ ढूँढना है तो इसे बिना अनुस्वार (पुस्तकं) अथवा बिना म्-कार (पुस्तकम्) लगाये केवल "पुस्तक" ढूँढें । इसी तरह यदि आपको "पाठ:" ढूँढना है तो इसे केवल "पाठ" ढूँढें ।
शब्द : भ्राता
हिन्दी : भाई-बंधु, बिरादरी, बंधुत्व, भ्रातृसंघ
अंग्रेजी : fraternity
पर्याय : Kindred, society, club
शब्दप्रकार : संज्ञा
शब्दवर्ग : स्त्रीलिंग
उदाहरण : हिंदुस्तानी बिरादरी
विवरण : ऐसे लोगों का समूह जिनमे परस्पर मेल, बंधुत्व की भावना हो।
सूत्र 21 :
क्िङति च
।। 01/01/05 ।।
अर्थ : गित्, कित् और ङित् प्रत्यय के परे होने पर भी इक् के स्थान में गुण और वृद्धि नहीं होती है ।
उदाहरण : गिति - जिष्णुः । जीतने वाला । भूष्णुः । सत्तावाला ।
किति - चितः, चितवान् । चयन किया । स्तुतः, स्तुतवान् । स्तुति की । मृष्टः, मृष्टवान् । शुद्ध किया ।
ङिति - चिनुतः । वे दोनों चुनते हैं । चिन्वन्ति । वे सब चुनते हैं ।
सूक्ति :
अधिगतपरमार्थान् पण्डितान् मावमंस्था-
स्तृणमिवलघुलक्ष्मीर्नैव तान् संरुणद्धि ।
अभिनवमदलेखाश्यामगण्डस्थलानाम्,
न भवति विसतन्तुर्वारणं वारणानाम् ।। 17 ।।
अर्थ : शास्त्रों के वास्तविक मर्म को समझाने वाले विद्वानों का अपमान न करें । तुच्छ तिनके के समान धन उन्हें अपने वश में नहीं कर सकता । नई मदरेखा से सुशोभित काले गण्डस्थल वाले हाथी को क्या कमल के नाल से बांधकर रोका जा सकता है ।।
ग्रन्थ : नीतिशतकम्
रचित : भर्तृहरि
लो./मु. :
श्वा यदि क्रियते राजा स किं नाश्नात्युपानहम् ।
आदत सिर के साथ जाती है ।
unavailable
अर्थ : यदि कुत्ते को राजा भी बना दिया जाए तो क्या वह जूते काटना छोड देता है अर्थात् नहीं छोडता है ।
प्रयोग :
Flowers (पुष्पाणि)
जपा के फूल, जपाकुसुम